कानपुर। पहाड़ों से हो रही बर्फवारी के चलते कानपुर में लगातार शीतलहर चल रही है। गुरुवार को तो पिछले पांच दशक का रिकार्ड टूट गया और ऐसे में जिला प्रशासन ने इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूलों को दो दिन और बंद रहने के आदेश जारी कर दिये। हालांकि शीतलहर के साथ कानपुर में हुए बवाल को देखते हुए पिछले आठ दिनों से स्कूल बंद चल रहे हैं।
जनपद में बीते 17 दिसम्बर को जबर्दस्त सर्दी पड़ी और इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने दो दिनों यानी 18 और 19 दिसम्बर को स्कूल बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर हो रहे बवाल को देखते हुए 20 दिसम्बर से लेकर 24 दिसम्बर तक स्कूल बंद हो गये। 25 दिसम्बर को क्रिसमस के चलते अवकाश रहा और गुरुवार यानी 26 दिसम्बर को फिर अवकाश घोषित कर दिया गया। इधर गुरुवार को फिर पिछले पांच दशक से सबसे ज्यादा ठंढ पड़ गयी और शहरवासी दिनभर कपकपाते रहे। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने एक बार फिर दो दिनों तक जनपद के सभी इंटरमीडिएट तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि कल जुमे की नमाज है और कानपुर में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर बवाल की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने ऐसा निर्णय लिया है। कुछ भी हो लेकिन शीतलहर से जनपदवासी पूरी तरह से हलाकान हैं। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने बताया कि सर्दी बहुत अधिक है और ऐसे में स्कूल खोलना उचित नहीं है, बच्चों के हितों को देखते हुए आगामी दो दिनों तक जनपद के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इस दौरान अगर कोई भी इंटरमीडिएट तक का स्कूल खुलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।